आधुनिककालीन हिंदी भाषा और साहित्य का इतिहास

साहित्य के इतिहास का अध्ययन साहित्य के कालक्रमिक और संवेदनात्मक विकास को समझने के लिए आवश्यक है। आधुनिक काल के आगमन के पश्चात गद्य एवं नवीन साहित्यिक विधाओं के विकास के साथ ही नवजागरण की प्रक्रिया भी घटित हुई। विभिन्न कक्षाओं के माध्यम से हम आधुनिक कालीन हिंदी भाषा और साहित्य के विकास की प्रक्रिया को समझने का प्रयास करेंगे।

तैयारी

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यह स्नातक स्तर के दूसरे सेमेस्टर का पाठ्यक्रम है। इस कक्षा में सीखने वाले को साहित्य के इतिहास के साथ-साथ आधुनिकता संबंधी सामाजिक-सांस्कृतिक अवधारणाओं का परिचयात्मक ज्ञान आवश्यक है।

  • इकाई - 1
  1. आधुनिक काल की पृष्ठभूमि
  2. भारतीय नवजागरण की अवधारणा
  3. हिंदी नवजागरण की अवधारणा
  4. हिंदी नवजागरण और भारतेंदु
  5. द्विवेदीयुग और खड़ी बोली आंदोलन
  6. भारतेंदु और द्विवेदीयुगीन काव्य-प्रवृत्तियाँ
  • इकाई - 2
  1. छायावादी काव्य आंदोलन और उसके प्रमुख कवि
  2. छायावाद : परिवेश और प्रवृत्तियाँ
  3. उत्तर छायावाद : प्रगतिवाद की अवधारणा और काव्य आंदोलन
  4. प्रयोगवाद
  5. नयी कविता
  • इकाई - 3
  1. साठोत्तरी कविता : नवगीत
  2. नवें दशक की कविता
  3. समकालीन कविता
  4. समकालीन कथा-साहित्य : उपन्यास और कहानी
  5. नाटक-एकांकी

सहायक सामग्री

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विडियो व्याख्यान

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