रचनात्मक लेखन व्यावहारिक कार्य/2823

प्रश्न:1. निबंध- निमाचल का सफर उतर: निमाचल का सफर: प्रकृ नत और शांनत का संगम भारत के उत्तरी भाग मेंस्थित हिमाचल प्रदेश एक ऐसा िान िै, जिााँप्रकृ हत अपनेसर्वश्रेष्ठ रूप मेंनज़र आती िै। यिााँकी ऊाँ ची-ऊाँ ची पर्वतमालाएाँ, बर्व सेढकी चोहियााँ, िरे-भरेजंगल और शांत झीलेंिर हकसी को मंत्रमुग्ध कर देती िैं। हिमाचल प्रदेश एक ओर धाहमवक िलोंकेहलए प्रहसद्ध िै, तो दू सरी ओर सािहसक गहतहर्हधयोंकेहलए भी जाना जाता िै। इस राज्य का शांत र्ातार्रण और ठंडी िर्ाएाँिर यात्री के मन को शांहत और सुकू न प्रदान करती िैं। आइए इस हनबंध के माध्यम सेहिमाचल के एक अद् भुत सर्र पर चलतेिैंऔर इसके प्रमुख िलोंऔर अनुभर्ोंको समझतेिैं। नशमला: निमाचल की राजधािी हिमाचल के सर्र की शुरुआत िमनेइसकी राजधानी हशमला सेकी। समुद्र तल सेलगभग 2,200 मीिर की ऊाँ चाई पर स्थित हशमला अपनी िरी-भरी घाहियोंऔर देर्दार के पेडोंके हलए जाना जाता िै। अंग्रेजोंके समय सेिी यि एक मित्वपूणविल रिा िैऔर हिहिश राज की ग्रीष्मकालीन राजधानी भी रि चुका िै। यिााँके मॉल रोड पर घूमना और हशमला केररज मैदान सेदू र-दू र तक र्ै ली घाहियोंका दृश्य देखना एक बेिद सुखद अनुभर् था। िम यिााँके पुरानेचचों और भर्नोंकी अंग्रेजी र्ास्तुकला को देखकर कार्ी प्रभाहर्त हुए। हशमला के आसपास कु फ़री भी एक मित्वपूणविल िै, जिााँबर्व के खेलों का आनंद हलया जा सकता िै। यिााँिमनेस्नोबोहडिंग का अनुभर् हकया, जो इस सर्र को और भी रोमांचक बना गया। मिाली: रोमांच का के न्द्र हशमला के बाद िमारा अगला पडार् मनाली था। मनाली, हिमाचल का एक और बेिद खूबसूरत िान िै, जो अपनी प्राकृ हतक सुंदरता और सािहसक खेलोंके हलए प्रहसद्ध िै। मनाली मेंस्थित ब्यास नदी के हकनारेबैठकर बितेपानी की आर्ाज़ सुनना बेिद सुकू नदायक अनुभर् था। यिााँकी सोलांग घािी सािहसक खेलोंकेहलए मशहूर िै। िमनेयिााँपैराग्लाइहडंग, हजपलाइन, और ररर्र रास्थटंग का भी आनंद हलया। इसके अलार्ा, िमनेरोितांग दरेकी यात्रा भी की, जो समुद्र तल सेकरीब 3,980 मीिर की ऊाँ चाई पर स्थित िै। र्िााँबर्व की सर्े द चादर और दू र-दू र तक र्ै ली हिमाच्छाहदत चोहियोंको देखना हकसी सपनेके जैसा था। मनाली केहिहडम्बा देर्ी मंहदर मेंभी गए, जो अहितीय र्ास्तुकला का एक शानदार उदािरण िै। देर्दार के ऊाँ चे-ऊाँ चेपेडोंके बीच बना यि मंहदर बहुत िी शांत और धाहमवक र्ातार्रण प्रदान करता िै। र्िााँ की पुरानी परंपराएाँऔर लोककथाएाँिमेंयिााँकी संस्कृ हत सेजोडेरखती िैं। मनाली का बाजार भी देखनेलायक िै, जिााँिानीय िस्तहशल्प और ऊनी र्स्त्र हमलतेिैं। धममशाला और मकलोडगंज: अध्यात्म और शांनत का नमलि इसके बाद िमारी यात्रा का अगला पडार् धमवशाला और मकलोडगंज था। यि िान बौद्ध धमवके अनुयाहययोंका एक प्रमुख कें द्र िैऔर यिााँके धाहमवक िल, हतब्बती मठ, ध्यान िल और शांहत का र्ातार्रण हर्शेष रूप सेआकहषवत करतेिैं। मकलोडगंज मेंदलाई लामा का हनर्ास िल भी िै, जो हतब्बती संस्कृ हत और जीर्नशैली की झलक हदखाता िै। यिााँका त्सुगलाखंग मठ और हतब्बती संग्रिालय बहुत प्रहसद्ध िैं, जिााँिमेंहतब्बती संस्कृ हत और उनकी परंपराओंको नजदीक सेजाननेका अर्सर हमला। मकलोडगंज का बाजार भी हर्शेष िै, जिााँहतब्बती िस्तहशल्प, धाहमवक र्स्त्र और स्वाहदष्ट भोजन उपलब्ध िै। धमवशाला का हिके ि स्टेहडयम भी एक प्रमुख आकषवण िै, जो दुहनया का सबसेऊाँ चाई पर स्थित हिके ि मैदान िै। इस मैदान सेकांगडा घािी के सुंदर दृश्य हदखाई देतेिैं, जो इसेदेखनेका एक अनोखा अनुभर् प्रदान करतेिैं। इस जगि नेिमेंआध्यास्थिक शांहत का एिसास कराया, जो हकसी भी यात्रा का एक मित्वपूणवपिलूिोता िै। कु ल्लूकी िरी-भरी घानियााँ िमारेसर्र का अगला पडार् कु ल्लूथा, हजसे'देर् भूहम' के नाम सेभी जाना जाता िै। यिााँके िरे-भरे बागान, ऊाँ चे-ऊाँ चेदेर्दार और चीड के पेड, और बिती नहदयााँहकसी भी पयविक को मंत्रमुग्ध कर देती िैं। कु ल्लूकी घाहियााँअपनेसेब के बागोंऔर प्राकृ हतक सुंदरता केहलए प्रहसद्ध िैं। यिााँिमनेकु ल्लू दशिरा उत्सर् का भी अनुभर् हकया, जो बहुत धूमधाम सेमनाया जाता िै। इसमेंहिमाचल केहर्हभन्न क्षेत्रोंसेलोग आकर भगर्ान रघुनाथ की शोभायात्रा मेंशाहमल िोतेिैं। इस उत्सर् नेिमेंयिााँकी संस्कृ हत और परंपराओंसेजोड हदया। नकन्नौर और स्पीनत घािी: प्रकृ नत का अनितीय संगम हिमाचल प्रदेश की हकन्नौर और स्पीहत घािी भी प्राकृ हतक सौंदयवका एक उत्कृ ष्ट उदािरण िैं। हकन्नौर अपनी खडी पिाहडयों, बर्व सेढकी चोहियोंऔर नहदयोंकेहकनारेबसेहुए छोिेगााँर्ोंकेहलए जाना जाता िै। हकन्नौर के गााँर्ोंकी संस्कृ हत हतब्बती संस्कृ हत सेप्रभाहर्त िै, और यिााँकी र्ेशभूषा, खानपान, और रीहत-ररर्ाज सभी मेंहतब्बती छाप हदखती िै। स्पीहत घािी, हजसे'हलहिल हतब्बत' भी किा जाता िै, एक ठं डी रेहगस्तानी घािी िैजो अपनेअनोखेभूगोल और कहठन जीर्नशैली केहलए जानी जाती िै। स्पीहत की यात्रा करना एक अलग िी रोमांच िै, क्ोंहक यिााँका मागवऔर मौसम दोनोंिी कहठन िोतेिैं, परन्तुयिााँकी शांहतपूणवऔर अनोखी सुंदरता यात्रा की सभी कहठनाइयोंको भूलनेपर मजबूर कर देती िै। निमाचल का खाि-पाि और लोग हिमाचल प्रदेश के खान-पान मेंिानीय स्वाद और परंपराएाँझलकती िैं। यिााँकी लोकहप्रय हडश "हसद् धू" िै, जो गेहूाँके आिेसेबनी एक तरि की भाप मेंपकी हुई रोिी िै। इसके अलार्ा, हिमाचली "धाम" भी बहुत प्रहसद्ध िै, हजसमेंचार्ल, राजमा, कढी और हर्हभन्न प्रकार की दालेंपरोसी जाती िैं। िमनेयिााँके लोकल कै र्े मेंहतब्बती मोमोज और थुक्पा का भी स्वाद हलया, जो यिााँकी हतब्बती संस्कृ हत को दशावतेिैं। हिमाचल प्रदेश के लोग बहुत िी हमलनसार, सरल और मेिनती िोतेिैं। यिााँकी र्ेशभूषा, जैसेहक "पाि्िू" और पारंपररक िोपी, भी अनोखी िोती िै। यिााँके लोग अपनी परंपराओंऔर संस्कृ हत के प्रहत कार्ी सजग रितेिैं, और र्ेअपनेत्योिारोंको बडेउत्साि सेमनातेिैं। यिााँकी भाषा मेंहमठास िै और लोगोंकी सादगी िर हकसी का हदल जीत लेती िै। निष्कर्म: निमाचल का सफर—एक यादगार अिुभव हिमाचल प्रदेश का सर्र एक अद् भुत अनुभर् था, हजसनेिमेंप्रकृ हत के करीब ला हदया। यिााँके पर्वत, नहदयााँ, बाग-बगीचेऔर िरे-भरेजंगल सभी एक अलग िी ऊजावका एिसास करातेिैं। इस यात्रा नेिमें यि हसखाया हक प्रकृ हत के करीब रिना हकतना सुखद और आनंददायक िोता िै। हिमाचल की र्ाहदयों मेंसमय हबताकर िमेंमिसूस हुआ हक जीर्न की भाग-दौड सेदू र, शांहत और सुकू न भी जरूरी िैं। हिमाचल का िर एक िान एक नई किानी किता िैऔर यिााँके लोग, संस्कृ हत और परंपराएाँइसेऔर भी खास बना देती िैं। इस यात्रा के बाद िमनेयि मिसूस हकया हक प्रकृ हत की गोद मेंजीर्न जीना हकतना सुखद िोता िै। हिमाचल की यि यात्रा िमारेजीर्न का एक अनमोल हिस्सा बन चुकी िै, और इसके अनुभर्ोंको िम कभी निींभूल सकते। हिमाचल का सर्र िमेंयि समझा गया हक असली सुख और शांहत िमेंप्रकृ हत के करीब रिकर िी हमल सकती िै

प्रश्न:2 न्यूज "नदल्ली मेंबढ़ता वायुप्रदूर्ण: संकि, कारण और समाधाि" उतर: हदल्ली मेंप्रदू षण की स्थिहत अत्यहधक गंभीर िो गई िै, हजससेिर्ा मेंजिरीलेतत्व घुल गए िैंऔर राजधानी को गैस चैंबर जैसा बना हदया िै। र्ायुगुणर्त्ता सूचकांक (AQI) नेहपछलेकु छ हदनोंमें 'गंभीर' श्रेणी को पार कर हलया िै, हजससेलोगोंको सांस लेनेमेंमुस्थिल िो रिी िैऔर उनका स्वास्थ्य प्रभाहर्त िो रिा िै। हर्शेषज्ोंके अनुसार, AQI का स्तर 450 सेभी ऊपर जा चुका िै, जो हक र्ायुगुणर्त्ता के हलिाज से बेिद खतरनाक िै। इस स्तर पर, सांस लेनेमेंकहठनाई, खांसी, गलेमेंजलन, और सांस संबंधी रोगों का खतरा बढ जाता िै। र्ायुप्रदू षण का प्रभार् खासकर बच्ों, बुजुगों और श्वास रोगोंसेग्रहसत लोगों पर ज्यादा पडता िै। इस स्थिहत में, अस्पतालोंमेंप्रदू षण सेसंबंहधत रोहगयोंकी संख्या मेंतेजी सेर्ृस्थद्ध देखी जा रिी िै। हदल्ली के हर्हभन्न इलाकोंमेंप्रदू षण का स्तर 'गंभीर' श्रेणी मेंपहुंच चुका िै, हजनमेंपिपडगंज, आनंद हर्िार और हदल्ली-एनसीआर क्षेत्र शाहमल िैं। प्रदू षण की मुख्य र्जिोंमेंखेतोंमेंपराली जलाना, र्ािनोंसेिोनेर्ाला धुआं, और हनमावण कायों सेउभरनेर्ाली धूल िै। यि स्थिहत खासतौर पर सहदवयोंमें और अहधक गंभीर िो जाती िै, क्ोंहक ठं ड के मौसम मेंप्रदू षण का असर और भी बढ जाता िै। िानीय हनर्ाहसयोंनेइस समस्या के प्रहत गिरी हचंता व्यक्त की िै। कई लोग घर सेबािर हनकलनेमें भी डर रिेिैंऔर मास्क का इस्तेमाल कर रिेिैं। कु छ लोगोंनेतो यि भी किा हक र्ेसामान्य गहतहर्हधयोंजैसेदौडनेऔर व्यायाम करनेसेभी बचनेलगेिैं। ऐसेमेंबच्ोंको स्कू ल भेजनेमेंभी माता-हपता को संकोच िो रिा िै। हदल्ली सरकार और कें द्र सरकार के बीच इस मुद्देपर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी िै। हदल्ली सरकार नेपराली जलानेको एक प्रमुख कारण माना िैऔर कें द्र सेसख्त कदम उठानेकी अपील की िै। र्िीं, भाजपा नेहदल्ली सरकार पर सडक पर पडी धूल और कचरेके उहचत प्रबंधन मेंनाकामी का आरोप लगाया िै। हर्शेषज्ोंका किना िैहक तत्काल समाधान के तौर पर, लोगोंको घर के अंदर रिना चाहिए और यहद बािर हनकलना िो तो मास्क पिननेके साथ िी, एयर प्यूरीर्ायर का उपयोग करना चाहिए। प्रदू षण हनयंत्रण के हलए दीघवकाहलक उपायोंकी आर्श्यकता िै, जैसेहक स्वच्छ ऊजावस्रोतोंका इस्तेमाल, र्ािन उत्सजवन को हनयंहत्रत करना, और कृ हष क्षेत्र मेंपराली जलानेपर प्रहतबंध लगाना। हदल्ली मेंप्रदू षण की स्थिहत एक गंभीर संकि बन चुकी िै, और इसके प्रभार् सेहनपिनेके हलए व्यापक नीहत पररर्तवन और सार्वजहनक जागरूकता की आर्श्यकता िै।

प्रश्न:3 नवज्ञापि- सार्मक एलईडी बल्ब उतर: आइए रोशि करेंअपिेघर को, सार्मक एलईडी बल्ब के सार्! अंधेरेको अलहर्दा कहिए और अपनेघर को भरपूर रोशनी सेजगमगाइए साथवक एलईडी बल्ब के साथ, जो आपको न के र्ल चमकदार र्ातार्रण बस्थि कई अन्य लाभ भी प्रदान करता िै। सार्मक एलईडी बल्ब के लाभ: 1. ऊजामकी बचत: साथवक एलईडी बल्ब पारंपररक बल्बोंकी तुलना में80% तक कम नबजली की खपत करतेिैं। हबजली हबल मेंकमी लानेकेहलए यि एक बेितरीन उपाय िै! 2. लंबी उम्र: साथवक एलईडी बल्ब की उम्र करीब 50,000 घंिेतक िोती िै, जो आम बल्बों की तुलना में25 गुिा अनधक िोती िै। इससेआपको बार-बार बल्ब बदलनेकी जरूरत निींपडेगी। 3. अनधक चमकदार: साथवक एलईडी बल्ब पारंपररक बल्बोंसेज्यादा चमकदार िोतेिैं, हजससेकम रोशनी मेंभी आपके घर का िर कोना भरपूर रोशनी सेदमकता िै। 4. कम गमी: येबल्ब गमवनिींिोतेिैं, हजससेआग का खतरा निींरिता। साथ िी, इनकी ठं डी रोशनी गमी के मौसम मेंभी सुखद मिसूस िोती िै। 5. पयामवरण के अिुकू ल: साथवक एलईडी बल्ब मेंिाहनकारक तत्व जैसेपारा निींिोता िै, इसहलए येपयावर्रण को भी नुकसान निींपहुंचातेिैंऔर पयावर्रण के अनुकू ल हर्कल्प िैं। तो अब देर नकस बात की? आज िी अपनेघर के बल्ब बदलेंऔर साथवक एलईडी बल्ब का चुनार् करें। रोशनी, सुरक्षा, और बचत — सब कु छ एक साथ पाइए!