हिंदी साहित्य का इतिहास (आधुनिक काल)
साहित्य के इतिहास का अध्ययन के क्रम में यह दूसरा पत्र है। इससे पूर्व के पत्र में रीतिकाल तक के हिंदी साहित्य का परिचय दिया जा चुका है। इसमें हिंदी साहित्य के आधुनिक काल में विकास के विभिन्न पड़ावों का परिचय दिया जाएगा। इस पाठ्यक्रम का मूल ढांचा दिल्ली विश्वविद्यालय के स्नातक स्तर के पाठ्यक्रम के अनुरूप है।
कक्षाएं
सम्पादन- मध्यकालीन बोध से आधुनिक बोध में संक्रमण
- ब्रजभाषा और खड़ी बोली
- नवजागरण और भारतेंदु
- महावीरप्रसाद द्विवेदी की भूमिका
- स्वाधीनता आंदोलन और नवजागरणकालीन चेतना का उत्कर्ष
- नाटक
- उपन्यास
- कहानी
- आलोचना
- निबंध
- अन्य गद्य विधाएं
- छायावाद
- उत्तर छायावाद
- प्रगतिवाद
- प्रयोगवाद
- नई कविता
- साठोत्तरी कविता
- नवगीत
- नवें दशक की कविता
- समकालीन कविता
- समकालीन उपन्यास
- समकालीन कहानी
- समकालीन आलोचना
- समकालीन अन्य गद्य विधाएं
- दलित विमर्श
- स्त्री विमर्श
पाठ्यक्रम
सम्पादन- इकाई- 1
- मध्यकालीन बोध तथा आधुनिक बोध (संक्रमण की परिस्थितियाँ नवजागरण और भारतेंदु)
- नवजागरण की परिस्थितियाँ और भारतेंदु युग
- महावीरप्रसादद्विवेदी : हिंदी पत्रकारिता और खड़ी बोली आंदोलन
- स्वाधीनता आंदोलन और नवजागरण कालीन-चेतना का उत्कर्ष
- इकाई- 2. नाटक निबंध और आलोचना
- कथा-साहित्य
- नाटक
- निबंध और अन्य गद्य विधाएँ
- आलोचना
- इकाई-3 छायावाद और उत्तर छायावाद परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- छायावाद और उत्तर छायावाद:परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- प्रगतिवाद:परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- प्रयोगवाद:परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- नयीकविता:परिवेश और प्रवृत्तियाँ
- इकाई-४
- साठोत्तरी कविता, नवगीत, नवें दशक की कविता, समकालीन कविता
- समकालीन कथा साहित्य: उपन्यास और कहानी
- आलोचना और अन्य गद्य-रूप
- अस्मिता विमर्श – दलित स्त्री
अंतर्जाल पर उपलब्ध सहायक पुस्तकें
सम्पादनअन्य विकि प्रकल्पों पर उपलब्ध सहायक सामग्री
सम्पादनसहायक मल्टीमीडिया
सम्पादनअन्य सहायक पुस्तकें
सम्पादन- आधुनिक साहित्य की प्रवृत्तियाँ – नामवर सिंह
- भारतेन्दु और हिंदी नवजागरण की समस्याएँ – रामविलास शर्मा
- हिंदी का गद्य साहित्य – रामचंद्र तिवारी
- हिंदी गद्य : विन्यास और विकास – रामस्वरूप चतुर्वेदी
- आधुनिक साहित्य – नंददुलारे वाजपेयी
- छायावाद – नामवर सिंह
- तार सप्तक (पहला संस्करण और दूसरा संस्करण) और दूसरा सप्तक की भूमिकाएँ - संपा. अज्ञेय
- हिंदी नवगीत : उद्भव और विकास – राजेन्द्र गौतम
- समकालीन हिंदी कविता – विश्वनाथ प्रसाद तिवारी
- हिंदी साहित्य का इतिहास - संपा. नगेन्द्र
- हिंदी नाटक : नई परख - संपा. रमेश गौतम
- महावीर प्रसाद द्विवेदी और हिंदी नवजागरण – रामविलास शर्मा