"प्रबंधन के सिद्धांत": अवतरणों में अंतर

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# '''प्राधिकरण/स्केलर चेन की रेखा''' - यह शीर्ष प्रबंधन से सबसे कम रैंक तक लेकर वरिष्ठों की श्रृंखला को संदर्भित करता है। सिद्धांत बताता है कि सभी स्तरों पर सभी प्रबंधकों को ऊपर से नीचे तक अधिकार की एक स्पष्ट रेखा होना चाहिए।
# '''ऑर्डर''' - सोशल ऑर्डर एक कंपनी के तरल संचालन को आधिकारिक प्रक्रिया से सुनिश्चित करता है। सामग्री ऑर्डर कार्यस्थल में सुरक्षा और दक्षता सुनिश्चित करता है। ऑर्डर स्वीकार्य और कंपनी के नियमों के तहत होना चाहिए।
# '''न्यायसम्य (Equity)''' - कर्मचारियों से दयालु रूप से व्यवहार किया जाना चाहिए, और सिर्फ कार्यस्थल सुनिश्चित करने के लिए न्याय का अधिनियमित होना चाहिए। कर्मचारियों के साथ व्यवहार करते समय प्रबंधकों को उचित और निष्पक्ष होना चाहिए, सभी कर्मचारियों पर समान ध्यान देना।
# '''न्यायसम्य (Equity)''' -
# '''कर्मचारियों के कार्यकाल की स्थिरता''' - कर्मियों के कार्यकाल की स्थिरता यह बताती है कि संगठन को आसानी से चलाने के लिए कर्मियों (विशेष रूप से प्रबंधकीय कर्मियों) को अक्सर संगठन में प्रवेश करने और बाहर निकलना नहीं चाहिए।
 
# '''पहल (Initiative )''' - कर्मचारियों की पहल का उपयोग किसी संगठन में ताकत और नए विचार जोड़ सकते हैं। कर्मचारियों के लिए पहल संगठन के लिए ताकत का एक स्रोत है क्योंकि यह नए और बेहतर विचार प्रदान करता है। इससे कर्मचारी को संगठन के कामकाज में बहुत रुचि लेने के लिए की संभावना हो सकती है।
 
# '''सहयोग भावना''' - यह कार्यस्थल में मनोबल को सुनिश्चित करने और विकसित करने के लिए प्रबंधकों की आवश्यकता को दर्शाता है; व्यक्तिगत और सांप्रदायिक रूप से। सहयोग भावना परस्पर विश्वास और समझ के माहौल को विकसित करने में मदद करती है। सहयोग भावना समय पर कार्य समाप्त करने में भी मदद करती है।
 
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