"मैकेनिकल इंजीनियरिंग": अवतरणों में अंतर

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* उष्मागतिकी एवं ताप विज्ञान
* अभिकल्प एवं प्रारूपण
 
== योग्यता मापदंड ==
;अंडरग्रेजुएट के लिए:
विद्यार्थी को सीबीएसई या कोई अन्य समकक्ष परीक्षा बोर्ड से 10+2 (इंटर) की परीक्षा उत्तीर्ण होनी चाहिए। तथा भौतिकी, रसायन विज्ञान और गणित बिषय बोर्ड मे मुख्य रूप से होने चाहिए।
;पोस्टग्रेजुएट के लिए
विद्यार्थी के पास एरोस्पेस इंजीनियरिंग में बी.टेक या बी.ई की डिग्री होनी चाहिए, जिसमें ग्रैजुएशन स्तर पर अध्ययन किए गए विषयों में न्यूनतम उत्तीर्ण प्रतिशत होना चाहिए।
 
== डिग्री प्रोग्राम ==
मैकेनिकल इंजीनियरिंग का अध्ययन डिप्लोमा, बैचलर ऑफ टैकनोलजी (बी.टेक), मास्टर ऑफ टैकनोलजी (एम.टेक) और पीएचडी में किया जा सकता हैं।
मैकेनिकल इंजीनियरिंग की डिग्री करने वाले छात्रों के लिए रसायन विज्ञान, भौतिकी और गणित का क्षेत्र महत्वपूर्ण होता हैं। इसमे उनकी अच्छी पकड़ होनी चाहिए।
;भारत मे डिग्री प्रोग्राम
भारत मे कुछ विश्वविद्यायल के प्रोग्राम निम्नलिखित है:
 
{| class="wikitable"
|-
! ग्रैजुएशन
! डिग्री
! योग्यता
|-
| -
| डिप्लोमा
| 10 (हाईस्कूल), भौतिक रसायन और गणित बिषय के साथ।
|-
| अंडर ग्रेजुएट
| बी.टेक (B.tech)<br>बी.ई (B.E)
| 10+2 (इंटर), भौतिक रसायन और गणित बिषय के साथ।
|-
| पोस्ट ग्रेजुएट
| एम.टेक (M.tech)<br>एम.ई (M.E)
| विश्वविद्यालय से न्यूनतम प्रतिशत के साथ पास की गई बी.टेक की डिग्री।
|}
 
[[श्रेणी:मैकेनिकल इंजीनियरिंग]]