फ्लो चार्ट
फ्लो चार्ट (Flow chart) एक एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया का एक योजनाबद्ध निरूपण है जिसमें किसी समस्या के चरण-दर-चरण समाधान होते है। प्रवाह चार्ट प्रवाह आरेख का सबसे आम प्रकार है। यह आरेख का सबसे आम प्रकार है। फ्लोचार्ट्स का उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में किसी प्रक्रिया या कार्यक्रम के विश्लेषण, डिजाइन, दस्तावेज या प्रबंधन में किया जाता है।
अवलोकन
सम्पादनसरल प्रोसेस या कार्यक्रमों के डिजाइन और दस्तावेज में फ्लोचार्ट का उपयोग किया जाता है। अन्य प्रकार के डाइग्राम की तरह, फ्लोचार्ट कल्पना करने के मदद करते हैं कि प्रोसेस में क्या चल रहा है। कई अलग-अलग प्रकार के फ्लोचार्ट होते हैं और प्रत्येक प्रकार के बक्से और सूचनात्मक प्रतीक की अपनी की सूची होती है। फ्लोचार्ट में दो सबसे आम प्रकार के बॉक्स हैं:
- प्रोसेसिंग स्टेप
- निर्णय स्टेप
इसके सामान्य वैकल्पिक नामों में फ्लो चार्ट, प्रोसेस फ्लोचार्ट, कार्यात्मक फ्लोचार्ट, प्रोसेस मैप, प्रोसेस चार्ट, फ़ंक्शनल प्रोसेस चार्ट, बिजनेस प्रोसेस मॉडल, प्रोसेस मॉडल, प्रोसेस फ्लो आरेख, वर्क फ्लो आरेख, बिजनेस फ्लो आरेख शामिल हैं।
फ्लो चार्ट में आकृति
सम्पादन- प्रारम्भ/अंत
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया का प्रारम्भ और अंत करने में अंडाकार आकृति का उपयोग किया जाता है।
- प्रवाह रेखा
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया के प्रवाह (Flow) को दर्शाने में तीर की आकृति का उपयोग किया जाता है। यहाँ प्रवाह से अर्थ है कि कौन सा स्टेप कब होगा। साधारण शब्दो में कहे तो इसका उपयोग सभी फ्लो चार्ट प्रोसेस को आपस में जोड़ने में आता है।
- इनपुट/आउटपुट
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रक्रिया के इनपुट और आउटपुट दर्शाने में समानांतर चतुर्भुज आकृति का उपयोग किया जाता है।
- प्रोसेस
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रोसेस के ऑपरेशन को दर्शाने में आयत आकृति का उपयोग किया जाता है।
- निर्णय
फ्लो चार्ट में एल्गोरिथ्म या किसी प्रोसेस में निर्णय को दर्शाने में हीरे की आकृति का उपयोग किया जाता है। इसका ज्यादातर प्रयोग if, else, ifelse आदि कथनो में होता है।
उदाहरण
सम्पादनलीप वर्ष
सम्पादनइस उदाहरण में हम जानेंगे कि यदि हमे कोई वर्ष दे दिया जाए तो हमे कैसे पता करेंगे कि यह लीप वर्ष है या नहीं तो आइये देखते है।
- स्टेप 1:- एक संख्या वाला चर (variable) ले।
- स्टेप 2:- उस चर में वर्ष कि संख्या को भरे। जैसे: 2015, 1999 आदि
- स्टेप 3:- अब यह चेक करे कि क्या वह वर्ष 4 से भाग होता है यदि वह 4 से भाग हो जाता है तो यह चेक करे कि कही वह 100 से भी तो भाग नहीं हो रहा। अगर वह 100 से भी भाग हो जाता है तो वह लीप वर्ष नहीं है। अर्थात आपको दो चीजे चेक करनी है वर्ष 4 से भाग होना चाहिए और वर्ष 100 से भाग नहीं होना चाहिए। वर्ष/4 = 0 और वर्ष/100 ≠ 0 यदि दोनों शर्ते सही हो जाती है तो लीप वर्ष का संदेश आउटपुट दे।
- स्टेप 4:- या अब यह चेक करे कि क्या वह वर्ष 400 से भाग होता है यदि वह 400 से भाग हो जाता है। तो लीप वर्ष का संदेश आउटपुट दे।
- स्टेप 5:- अगर ऊपर कि दोनों शर्तो में दोनों ही विफल रहती है तो लीप वर्ष न होने का संदेश आउटपुट में दे।
यह स्टेप लीप वर्ष चेक करने में उपयोग होते है तो आइये देखते है कि इसके लिए फ्लो चार्ट कैसे बनाते है।
सम या विषम
सम्पादनइस उदाहरण में हम जानेंगे कि यदि हमे कोई संख्या दे दिया जाए तो हमे कैसे पता करेंगे कि यह सम (Even) है या विषम (Odd)। तो आइये देखते है।
- स्टेप 1:- एक संख्या वाला n चर (variable) ले।
- स्टेप 2:- उस n चर में कोई संख्या को ले। जैसे: 56, 35 आदि
- स्टेप 3:- अब यह चेक करे कि क्या संख्या 2 से पूर्ण भाग को सकती है। अर्थात भाग होने के बाद भागफल 0 होना चाहिए।
- स्टेप 4:- अगर संख्या 2 से पूर्ण भाग हो जाती है तो "संख्या सम है" का संदेश आउटपुट दे।
- स्टेप 5:- अगर संख्या 2 से पूर्ण भाग नहीं होती है तो "संख्या विषम है" का संदेश आउटपुट दे।
यह स्टेप संख्या सम है या विषम है चेक करने में उपयोग होते है तो आइये देखते है कि इसके लिए फ्लो चार्ट कैसे बनाते है।
ध्यान दे:- प्रोग्रामिंग भाषाओ में module का अर्थ भाग से ही होता है और इसे if (n % 2 == 0) के रूप में लिखा जाता है।