न्यायालयिक विज्ञान/न्यायालयिक भौतिक विज्ञान
न्यायालयिक भौतिक विज्ञान न्यायालयिक विज्ञान का बहुत ही मुश्किल शेत्र है। इस शेत्र में भौतिक गुणों जैसे घनत्व, अपवर्तनांक, श्यानता व प्रकाशीय गुणों का परिक्षण होता है।
घटनास्थल पर पाए गए कांच के टुकड़े, पेंट, चिप्स, कागज़, कपडे, लकड़ी,प्लास्टिक के टुकड़े, रस्सी, धातु तार आदि का प्रमाणिक सबूतों का भौतिक चीजो से समेल्लन करना भी न्यायालयिक भौतिकी का शेत्र है। न्यायालयिक भौतिक विज्ञान कांच के विश्लेषण में भी मददगार होता है। टूटे हुए कांच का भी विश्लेषण करना भुत ही महत्वपूर्ण होता है किसी भी अपराधी स्थल पर| इस विश्लेषण के द्वारा हम उस स्थल पर हुई बाकी गतिविधियों का पता लगा सकते हैं। जैसे कांच के तड़कने की मदद से हम उस घटना के होने के आदेश का पता लगा सकते हैं, तड़कने की दिशा से यह भी पता लगा सकते हैं कि वह कांच अन्दर से टुटा है या बहार से|
इसके अलावा भी न्यायालयिक विज्ञान के इस शेत्र में हम किसी भी औजार के चिन्ह का, फिसलन को चिन्ह का, टायर चिन्ह का, पद चिन्ह आदि का परिक्षण क्र सकते हैं।