न्यायालयिक विज्ञान/जालसाजी/हस्ताक्षर
हस्ताक्षर जालसाजी एक गंभीर अपराध है। किसी व्यक्ति द्वारा किसी भी दस्तावेज पर अन्य व्यक्ति के जाली हस्ताक्षर करना, हस्ताक्षर जालसाजी कहलाता है। कई हस्ताक्षर जालसाज तो इतने अनुभवी होते है कि उनका अपराध साबित करना मुश्किल हो जाता है किन्तु फिर भी हमारे न्यायालिक अनुभवी उनकी जालसाजी साबित करने में सक्षम है।
तरीके
सम्पादनहस्ताक्षर जालसाजी में कई प्रकार के तरीके इस्तेमाल किए जाते है। जिनका विवरण इस प्रकार है-
- अनुरेखण जालसाजी (tracing)
- सिमुलेटेड जालसाजी (simulated)
विश्लेषण
सम्पादनहस्ताक्षर करने के तरीके से पता लगाया जा सकता है। हर व्यक्ति के अपनी हस्ताक्षर की कुछ विशेषताएँ होतीं हैं। उनका अध्ययन कर के पता लगाया जा सकता है जैसे कि;
- अस्थिर लिखावट
- हस्ताक्षर करते समय कितनी बार पेन उठाया गया है।
- परिष्करण के लक्षण